Posted on 25-Sep-2020 04:29 PM
(तर्ज - महलो का राजा मिला, के रानी बेटी राज करेगी...)
अमृत से गगरी भरो, कि न्हवन प्रभु आज करेंगे।
खुशी-खुशी मिल के चलो, कि न्हवन प्रभु आज करेंगे। टेक॥
सब साथी मिल कलश सजाओ, मङ्गलकारी गीत सुनाओ;
मन में आनन्द भयो, कि न्हवन प्रभु आज करेंगे ।।१।। अमृत...
इन्द्र इन्द्राणी मिल हर्ष मनावें, प्रभु-चरणों में शीश झुकावें;
प्रभुजी की छवि निरखो, कि न्हवन प्रभु आज करेंगे ॥२ ।। अमृत...
सुवर्ण कलश प्रभु उदकनि धारा, अङ्गे न्हावे जिनवर प्यारा;
स्वामी जगत को खरो, कि न्हवन प्रभु आज करेंगे ॥३॥ अमृत...
हे सुखकारी सब दु:खहारी, सेवा जिनकी प्यारी-प्यारी;
लेकर ‘सरस’ को चलो, कि न्हवन प्रभु आज करेंगे ॥४॥ अमृत...
Nice 👌👌🙏
by Prachi jain at 11:30 PM, Sep 30, 2020