चौबीस तीर्थंकर का संक्षिप्त विवरण



1. ऋषभनाथ जी 

चिन्ह  -  बैल 

पिता  -  नाभिराय

माता  -  मरुदेवी 

जन्म नगरी - अयोध्या

शरीर की ऊंचाई - ५०० धनुष 

आयु - ८४ लाख पूर्व 

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - वट वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए -  ४००० 

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - आषाढ़ कृष्ण द्वितीया

जन्म - चैत्र कृष्ण नवमी 

तप - चैत्र कृष्ण नवमी 

ज्ञान - फाल्गुन कृष्ण ग्यारस 

मोक्ष - माघ कृष्ण चतुर्दशी 

समवशरण

गणधर -  ८४ 

मुनि - ८४००० 

आर्यिका - ३,५०,०००

श्रावक - ३ लाख 

श्राविकाए - ५ लाख 

केवली मुनि -  २०,०००

किस आसान से मोक्ष पधारे - पद्मासन

निर्वाण भूमि - कैलाश गिरी

 

2. अजितनाथ जी

चिन्ह  -  हाथी

पिता  -  जितशत्रु 

माता  - विजयसेना 

जन्म नगरी - अयोध्या

शरीर की ऊंचाई - ४५० धनुष

आयु - ७२ लाख पूर्व 

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - सप्तपर्ण वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए -  १००० 

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ -  ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या

जन्म - माघ शुक्ल दशमी 

तप - माघ शुक्ल नवमी

ज्ञान - पौष शुक्ल ग्यारस 

मोक्ष - चैत्र शुक्ल पंचमी 

समवशरण

गणधर - ९० 

केवली मुनि - २०,०००

मुनि - १ लाख 

आर्यिका - ३,२०,०००

श्रावक -  ३ लाख

श्राविकाए -  ५ लाख 

किस आसान से मोक्ष पधारे -  खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी

 

3. संभवनाथ जी

चिन्ह  -  अश्व (घोड़ा) 

पिता  -  दृढ़राज्य

माता  -  सुषेणा 

जन्म नगरी -  श्रावस्ती

शरीर की ऊंचाई - ४०० धनुष 

आयु - ६० लाख पूर्व

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - शाल वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १००० 

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - फाल्गुन कृष्ण अष्टमी

जन्म - कार्तिक शुक्ल पूर्णमासी 

तप - मार्गशीर्ष शुक्ल पूर्णिमा 

ज्ञान - पौष शुक्ल एकादशी

मोक्ष - चैत्र शुक्ल षष्ठी 

समवशरण

गणधर - १०५ 

केवली मुनि  - १५०००

मुनि - २ लाख 

आर्यिका - ३,२०,०००

श्रावक -  ३ लाख

श्राविकाए - ५ लाख 

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी

 

4. अभिनन्दन जी

चिन्ह  - बंदर 

पिता  - सिद्धार्था 

माता  - स्वयम्बर

जन्म नगरी - अयोध्या

शरीर की ऊंचाई - ३५० धनुष

आयु - ५० लाख पूर्व 

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - सरल वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १००० 

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - वैशाख शुक्ल षष्ठी

जन्म - माघ शुक्ल द्वादशी  

तप -  माघ शुक्ल द्वादशी  

ज्ञान - पौष शुक्ल चतुर्दशी 

मोक्ष - वैशाख शुक्ल षष्ठी

समवशरण

गणधर - १०३ 

केवली - १६०००

मुनि - ३ लाख 

आर्यिका - ३,३०,६०० 

श्रावक  - ३ लाख

श्राविकाए - ५ लाख 

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी

 

5. सुमतिनाथ जी 

चिन्ह  - चकवा

पिता  - मेघस्थ

माता  - मंगला  

जन्म नगरी - अयोध्या

शरीर की ऊंचाई - ३०० धनुष 

आयु - ४० लाख पूर्व 

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - प्रियंगुवृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १००० 

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - श्रावण शुक्ल द्वितीया 

जन्म - चैत्र शुक्ल एकादशी 

तप - वैशाख शुक्ल नवमी   

ज्ञान - चैत्र शुक्ल एकादशी

मोक्ष - चैत्र शुक्ल एकादशी

समवशरण

गणधर - ११६

केवली - १३००० 

मुनि - ३ लाख २० हजार

आर्यिका - ३ लाख ३० हजार

श्रावक - ३ लाख

श्राविकाए - ५ लाख 

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी

 

6. पदमप्रभु जी  

चिन्ह  - श्वेत कमल

पिता  - धरण

माता  - सुसीमा 

जन्म नगरी - कौशाम्बी 

शरीर की ऊंचाई - २५० धनुष 

आयु - ३० लाख पूर्व 

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - प्रियंगुवृक्ष 

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १००० 

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - माघ कृष्ण षष्ठी 

जन्म - कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी 

तप - कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी 

ज्ञान - चैत्र शुक्ल पूर्णिमा 

मोक्ष - फाल्गुन कृष्ण चतुर्थी 

समवशरण

गणधर - ११० 

केवली मुनि - १२००० 

मुनि - ३ लाख ३० हजार

आर्यिका - ४ लाख २० हजार

श्रावक- ३ लाख

श्राविकाए -५ लाख 

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी


7. सुपार्श्वनाथ जी 

चिन्ह  - साथिया (स्वस्तिक)

पिता  - प्रतिष्ठित

माता  - पृथ्वीसेना

जन्म नगरी - वाराणसी

शरीर की ऊंचाई - २०० धनुष 

आयु - २० लाख पूर्व 

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - सिरीष वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए -  १०००

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ -  भाद्र शुक्ल षष्ठी 

जन्म - ज्येष्ठ शुक्ल द्वादशी 

तप - ज्येष्ठ शुक्ल द्वादशी

ज्ञान - फाल्गुन कृष्ण षष्ठी 

मोक्ष - फाल्गुन कृष्ण सप्तमी

समवशरण

गणधर - ९५ 

केवली मुनि - ११००० 

मुनि - ३ लाख

आर्यिका - ३ लाख ३० हजार

श्रावक - ३ लाख

श्राविकाए - ५ लाख 

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी

 

8. चन्द्रप्रभु जी

चिन्ह  - चन्द्रमा

पिता  - महासेन 

माता  - लक्ष्मणा 

जन्म नगरी - चंद्रपुर 

शरीर की ऊंचाई - १५० धनुष 

आयु - १० लाख पूर्व 

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - नाग वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १००० 

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - चैत्र कृष्ण पंचमी 

जन्म - पौष कृष्ण एकादशी 

तप - पौष कृष्ण एकादशी 

ज्ञान - फाल्गुन कृष्ण सप्तमी 

मोक्ष - फाल्गुन शुक्ल सप्तमी 

समवशरण

गणधर - ९३ 

केवली मुनि - १०,०००

मुनि - २,५०,०००

आर्यकाये - ३,८०,०००

श्रावक - ३ लाख

श्राविकाए - ५ लाख 

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी

 

9. पुष्पदंत जी

चिन्ह  - मगर

पिता  - सुग्रीव 

माता  - जयरामा

जन्म नगरी - काकंदी वृक्ष

शरीर की ऊंचाई - १०० धनुष 

आयु - २ लाख पूर्व 

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - नागवृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १००० 

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - फाल्गुन कृष्ण नवमी 

जन्म - मार्गशीर्ष शुक्ल प्रतिप्रदा 

तप - मार्गशीर्ष शुक्ल प्रतिप्रदा 

ज्ञान - कार्तिक शुक्ल द्वितीया

मोक्ष - भाद्रपद शुक्ल अष्टमी

समवशरण

गणधर - ८८ 

केवली मुनि - ७,५००

मुनि - २ लाख 

आर्यिका - ३,८०,०००

श्रावक - २ लाख 

श्राविकाए - ५ लाख 

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी

 

10. शीतलनाथ जी

चिन्ह  - कल्पवृक्ष  

पिता  - दृढ़रथ 

माता  - सुनंदा

जन्म नगरी - भद्रपुर 

शरीर की ऊंचाई - ९० धनुष 

आयु - १ लाख पूर्व

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - बेलवृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १००० 

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ -  चैत्र कृष्ण अष्टमी

जन्म - माघ कृष्ण द्वादशी 

तप - माघ कृष्ण द्वादशी 

ज्ञान - पौष कृष्ण चतुर्दशी

मोक्ष - आश्विन शुक्ल अष्टमी

समवशरण

गणधर - ८१

केवली मुनि - ७,५००

मुनि - १ लाख

आर्यिका - ३,८०,०००

श्रावक - २ लाख 

श्राविकाए - ४ लाख 

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी

 

11. श्रेयांशनाथ जी

चिन्ह  - गैंडा

पिता  - विष्णु 

माता  - सुनंदा

जन्म नगरी - सिंहपुर

शरीर की ऊंचाई - ८० धनुष  

आयु - ८४ लाख वर्ष

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - तुंबुरू वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - ज्येष्ठ कृष्ण षष्ठी

जन्म - फाल्गुन कृष्ण एकादशी 

तप - फाल्गुन कृष्ण एकादशी

ज्ञान - माघ कृष्ण अमावस्या

मोक्ष - श्रावण शुक्ल पूर्णमासी  

समवशरण

गणधर - ७७ 

केवली - ६,५००

मुनि - ८४,०००

आर्यिका - १ लाख २० हजार

श्रावक - २ लाख 

श्राविकाए - ४ लाख

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी

 

12. वासुपूज्य जी

चिन्ह - भैंसा

पिता - वसुपूज्य 

माता - जयवती

जन्म नगरी - चम्पा

शरीर की ऊंचाई - ७० धनुष 

आयु - ७२ लाख वर्ष

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - कदम्ब वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - ६७६ 

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - आषाढ कृष्ण षष्ठी

जन्म - फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी 

तप - फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी 

ज्ञान - माघ शुक्ल द्वितीया

मोक्ष - भाद्र शुक्ल चतुर्दशी 

समवशरण

गणधर - ६६ 

केवली मुनि - ६,०००

मुनि - ७२,०००

आर्यिका - १ लाख ६ हजार

श्रावक - २ लाख

श्राविकाए - ४ लाख

किस आसान से मोक्ष पधारे - पद्मासन

निर्वाण भूमि - चम्पापुर  

 

13. विमलनाथ जी

चिन्ह  - शूकर

पिता  - कृतवर्मा 

माता  - जयश्यामा

जन्म नगरी - कम्पिला

शरीर की ऊंचाई - ६० धनुष 

आयु - ६० लाख वर्ष

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - जामुन वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - ज्येष्ठ कृष्ण दशमी

जन्म - माघ शुक्ल चतुर्दशी  

तप - माघ शुक्ल चतुर्थी 

ज्ञान - माघ शुक्ल षष्ठी

मोक्ष - आषाढ़ कृष्ण अष्टमी

समवशरण

गणधर - ५५

केवली - ५,५00

मुनि - ६८,०००

आर्यिका - १ लाख ३ हजार 

श्रावक - २ लाख

श्राविकाए - ४ लाख

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी

 

14. अनंतनाथ जी

चिन्ह - सेही 

पिता - सिंहसेन 

माता - जयश्यामा

जन्म नगरी - अयोध्या 

शरीर की ऊंचाई - ५० धनुष

आयु - ३० लाख वर्ष

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - पीपल वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - कार्तिक कृष्ण प्रतिप्रदा 

जन्म - ज्येष्ठ कृष्ण द्वादशी

तप - ज्येष्ठ कृष्ण द्वादशी

ज्ञान - चैत्र कृष्ण अमावस्या

मोक्ष - चैत्र कृष्ण अमावस्या

समवशरण

गणधर - ५०

केवली मुनि - ५,०००

मुनि - ६६,०००

आर्यिका - १ लाख ८ हजार

श्रावक - २ लाख

श्राविकाए - ४ लाख

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी

 

15. धर्मनाथ जी

चिन्ह  - वज्रदंड

पिता  - महासेन

माता  - महादेवी सुव्रता 

जन्म नगरी -  रत्नपुर 

शरीर की ऊंचाई - ४५ धनुष

आयु - १० लाख वर्ष

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - सप्तच्छद वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - वैशाख कृष्ण त्रयोदशी

जन्म - माघ शुक्ल त्रयोदशी  

तप - माघ शुक्ल त्रयोदशी  

ज्ञान - पौष शुक्ल पूर्णमासी

मोक्ष - ज्येष्ठ शुक्ल चतुर्थी  

समवशरण

गणधर - ४३    

केवली मुनि - ५५,००

मुनि - ६४,०००

आर्यिका - ६२,४००

श्रावक - २ लाख

श्राविकाए - ४ लाख

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी

 

16. शांतिनाथ जी

चिन्ह  -  मृग (हिरण)

पिता  - विश्वसेन 

माता  - ऐरा 

जन्म नगरी - हस्तिनापुर 

शरीर की ऊंचाई - ४० धनुष

आयु - १ लाख वर्ष

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - नन्द्यावर्त वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - भाद्र कृष्ण सप्तमी  

जन्म - ज्येष्ठ कृष्ण चतुर्दशी   

तप - ज्येष्ठ कृष्ण चतुर्दशी   

ज्ञान - पौष शुक्ल दशमी 

मोक्ष - ज्येष्ठ कृष्ण चतुर्दशी   

समवशरण

गणधर - ३६   

केवली मुनि - ४०००

मुनि - ६२,०००

आर्यिका - ६०,३००

श्रावक - २ लाख

श्राविकाए - ४ लाख

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी

 

17. कुंथनाथ जी

चिन्ह - बकरा

पिता - सूरसेन

माता - श्री कांता    

जन्म नगरी - हस्तिनापुर 

शरीर की ऊंचाई - ३५ धनुष

आयु - ९५,००० वर्ष

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - तिलक वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - श्रावण कृष्ण एकादशी  

जन्म - वैशाख शुक्ल प्रतिप्रदा   

तप - वैशाख शुक्ल प्रतिप्रदा 

ज्ञान - चैत्र शुक्ल तृतीया 

मोक्ष - वैशाख शुक्ल प्रतिप्रदा   

समवशरण

गणधर - ३५     

केवली मुनि - ३२००

मुनि - ६०,०००

आर्यिका - ६०,३,५०

श्रावक - ३ लाख

श्राविकाए - २ लाख

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी 

 

18. अरहनाथ जी

चिन्ह - मछली

पिता - सुदर्शन 

माता - मित्रसेना     

जन्म नगरी - हस्तिनापुर 

शरीर की ऊंचाई - ३० धनुष

आयु - ८४,००० वर्ष

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - आम्र वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - फाल्गुन कृष्ण तृतीया 

जन्म - मार्गशीर्ष शुक्ल चतुर्दशी   

तप - मार्गशीर्ष शुक्ल दशमी 

ज्ञान - कार्तिक शुक्ल द्वादशी 

मोक्ष - चैत्र कृष्ण अमावस्या  

समवशरण

गणधर - ३०         

केवली मुनि - २८००

मुनि - ५०,०००

आर्यिका - ६०,०००

श्रावक - १,६०,०००

श्राविकाए - ३ लाख

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी

 

19. मल्लिनाथ जी

चिन्ह - कलश

पिता - कुम्भ 

माता - प्रजावती          

जन्म नगरी - मिथिला  

शरीर की ऊंचाई - २५ धनुष

आयु - ५५,००० वर्ष

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - अशोक वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - चैत्र शुक्ल प्रतिप्रदा  

जन्म - मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी   

तप - मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी

ज्ञान - मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी

मोक्ष - फाल्गुन शुक्ल पंचमी 

समवशरण

गणधर - २८          

केवली मुनि - २२००

मुनि - ४०,०००

आर्यिका - ५५०००

श्रावक - १ लाख

श्राविकाए - २ लाख

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी

 

20. मुनिसुव्रतनाथ जी

चिन्ह - कच्छप (कछुआ)

पिता - शिरोमणि सुमित्र   

माता -  सोमा        

जन्म नगरी - राजगृह  

शरीर की ऊंचाई - २० धनुष

आयु - ३०,००० वर्ष

किस वृक्ष नीचे दीक्षा ली - चम्पक वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - श्रावण कृष्ण द्वितीया  

जन्म - वैशाख कृष्ण दशमी   

तप - वैशाख कृष्ण दशमी

ज्ञान - वैशाख कृष्ण नवमी

मोक्ष - फाल्गुन शुक्ल पंचमी 

समवशरण

गणधर - १८             

केवली मुनि - १८००

मुनि - ३०,०००

आर्यिका - ५०,०००

श्रावक - १ लाख

श्राविकाए - ३ लाख

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी

 

21. नमिनाथ जी

चिन्ह - नीलकमल 

पिता - श्री विजय      

माता -  विप्पला        

जन्म नगरी - मिथिला  

शरीर की ऊंचाई - १५ धनुष

आयु -  १०,००० वर्ष

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली -वकुल वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - आश्विन कृष्ण द्वितीया  

जन्म - आषाढ़ कृष्ण दशमी   

तप - आषाढ़ कृष्ण दशमी

ज्ञान - मार्गशीर्ष शुक्ल पूर्णमासी

मोक्ष - वैशाख कृष्ण चतुर्दशी 

समवशरण

गणधर - १७            

केवली मुनि - १६००

मुनि - २०,०००

आर्यिका - ४५,०००

श्रावक - १ लाख

श्राविकाए - ३ लाख

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी

 

22. नेमिनाथ जी

चिन्ह - शंख 

पिता -  समुद्रविजय      

माता -  शिवादेवी        

जन्म नगरी - शोर्यपूर   

शरीर की ऊंचाई - १० धनुष

आयु -  १,००० वर्ष

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - बांस वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - कार्तिक शुक्ल षष्ठी  

जन्म - श्रावण शुक्ल षष्ठी   

तप - श्रावण शुक्ल षष्ठी

ज्ञान - आषाढ़ शुक्ल प्रतिप्रदा

मोक्ष - आषाढ़ शुक्ल सप्तमी

समवशरण

गणधर - ११               

केवली मुनि - १५००

मुनि - ८,०००

आर्यिका - ४०,०००

श्रावक - १ लाख

श्राविकाए - ३ लाख

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - गिरनार जी

 

23. पार्श्वनाथ जी

चिन्ह -  सर्प  

पिता -  विश्वसेन       

माता -  ब्रम्हादेवी (वामादेवी)        

जन्म नगरी - काशी    

शरीर की ऊंचाई - ९ हाथ

आयु -  १०० वर्ष

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - देवदारु वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - वैशाख कृष्ण द्वितीया 

जन्म - पौष कृष्ण एकादशी   

तप - पौष कृष्ण एकादशी

ज्ञान - चैत्र कृष्ण चतुर्थी

मोक्ष - श्रावण शुक्ल सप्तमी

समवशरण

गणधर - १०          

केवली मुनि -  १,०००

मुनि - १६,०००

आर्यिका - ३६,०००

श्रावक - १ लाख

श्राविकाए - ३ लाख

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी

 

24. महावीर स्वामी

चिन्ह - सिंह

पिता - सिद्धार्थ 

माता - त्रिशला

जन्म नगरी - कुण्डलपुर 

शरीर की ऊंचाई - ७ हाथ 

आयु - ७२ वर्ष 

किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - शाल वृक्ष

कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - अकेले 

पंचकल्याणक तिथियां

गर्भ - आषाढ़ शुक्ल षष्ठी

जन्म - चैत्र शुक्ल त्रयोदशी

तप - अगहन बदी दशमी

ज्ञान - वैशाख शुक्ल दशमी

मोक्ष - कार्तिक कृष्ण अमावस्या

समवशरण

गणधर - ११

केवली मुनि - ७००

मुनि - १४००० 

आर्यिका - ३६००० 

श्रावक - १ लाख

श्राविकाए - ३ लाख

किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन

निर्वाण भूमि - पावापुर  

 

 

उपरोक्त जानकारी शास्त्र "श्री चौबीस पुराण" टीका से ली गयी है जिसके लेखक पंडित पन्नालाल 'साहित्याचार्य' है।