Posted on 02-Jun-2020 08:16 PM
1. ऋषभनाथ जी
चिन्ह - बैल
पिता - नाभिराय
माता - मरुदेवी
जन्म नगरी - अयोध्या
शरीर की ऊंचाई - ५०० धनुष
आयु - ८४ लाख पूर्व
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - वट वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - ४०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - आषाढ़ कृष्ण द्वितीया
जन्म - चैत्र कृष्ण नवमी
तप - चैत्र कृष्ण नवमी
ज्ञान - फाल्गुन कृष्ण ग्यारस
मोक्ष - माघ कृष्ण चतुर्दशी
समवशरण
गणधर - ८४
मुनि - ८४०००
आर्यिका - ३,५०,०००
श्रावक - ३ लाख
श्राविकाए - ५ लाख
केवली मुनि - २०,०००
किस आसान से मोक्ष पधारे - पद्मासन
निर्वाण भूमि - कैलाश गिरी
2. अजितनाथ जी
चिन्ह - हाथी
पिता - जितशत्रु
माता - विजयसेना
जन्म नगरी - अयोध्या
शरीर की ऊंचाई - ४५० धनुष
आयु - ७२ लाख पूर्व
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - सप्तपर्ण वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या
जन्म - माघ शुक्ल दशमी
तप - माघ शुक्ल नवमी
ज्ञान - पौष शुक्ल ग्यारस
मोक्ष - चैत्र शुक्ल पंचमी
समवशरण
गणधर - ९०
केवली मुनि - २०,०००
मुनि - १ लाख
आर्यिका - ३,२०,०००
श्रावक - ३ लाख
श्राविकाए - ५ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
3. संभवनाथ जी
चिन्ह - अश्व (घोड़ा)
पिता - दृढ़राज्य
माता - सुषेणा
जन्म नगरी - श्रावस्ती
शरीर की ऊंचाई - ४०० धनुष
आयु - ६० लाख पूर्व
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - शाल वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - फाल्गुन कृष्ण अष्टमी
जन्म - कार्तिक शुक्ल पूर्णमासी
तप - मार्गशीर्ष शुक्ल पूर्णिमा
ज्ञान - पौष शुक्ल एकादशी
मोक्ष - चैत्र शुक्ल षष्ठी
समवशरण
गणधर - १०५
केवली मुनि - १५०००
मुनि - २ लाख
आर्यिका - ३,२०,०००
श्रावक - ३ लाख
श्राविकाए - ५ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
4. अभिनन्दन जी
चिन्ह - बंदर
पिता - सिद्धार्था
माता - स्वयम्बर
जन्म नगरी - अयोध्या
शरीर की ऊंचाई - ३५० धनुष
आयु - ५० लाख पूर्व
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - सरल वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - वैशाख शुक्ल षष्ठी
जन्म - माघ शुक्ल द्वादशी
तप - माघ शुक्ल द्वादशी
ज्ञान - पौष शुक्ल चतुर्दशी
मोक्ष - वैशाख शुक्ल षष्ठी
समवशरण
गणधर - १०३
केवली - १६०००
मुनि - ३ लाख
आर्यिका - ३,३०,६००
श्रावक - ३ लाख
श्राविकाए - ५ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
5. सुमतिनाथ जी
चिन्ह - चकवा
पिता - मेघस्थ
माता - मंगला
जन्म नगरी - अयोध्या
शरीर की ऊंचाई - ३०० धनुष
आयु - ४० लाख पूर्व
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - प्रियंगुवृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - श्रावण शुक्ल द्वितीया
जन्म - चैत्र शुक्ल एकादशी
तप - वैशाख शुक्ल नवमी
ज्ञान - चैत्र शुक्ल एकादशी
मोक्ष - चैत्र शुक्ल एकादशी
समवशरण
गणधर - ११६
केवली - १३०००
मुनि - ३ लाख २० हजार
आर्यिका - ३ लाख ३० हजार
श्रावक - ३ लाख
श्राविकाए - ५ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
6. पदमप्रभु जी
चिन्ह - श्वेत कमल
पिता - धरण
माता - सुसीमा
जन्म नगरी - कौशाम्बी
शरीर की ऊंचाई - २५० धनुष
आयु - ३० लाख पूर्व
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - प्रियंगुवृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - माघ कृष्ण षष्ठी
जन्म - कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी
तप - कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी
ज्ञान - चैत्र शुक्ल पूर्णिमा
मोक्ष - फाल्गुन कृष्ण चतुर्थी
समवशरण
गणधर - ११०
केवली मुनि - १२०००
मुनि - ३ लाख ३० हजार
आर्यिका - ४ लाख २० हजार
श्रावक- ३ लाख
श्राविकाए -५ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
7. सुपार्श्वनाथ जी
चिन्ह - साथिया (स्वस्तिक)
पिता - प्रतिष्ठित
माता - पृथ्वीसेना
जन्म नगरी - वाराणसी
शरीर की ऊंचाई - २०० धनुष
आयु - २० लाख पूर्व
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - सिरीष वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - भाद्र शुक्ल षष्ठी
जन्म - ज्येष्ठ शुक्ल द्वादशी
तप - ज्येष्ठ शुक्ल द्वादशी
ज्ञान - फाल्गुन कृष्ण षष्ठी
मोक्ष - फाल्गुन कृष्ण सप्तमी
समवशरण
गणधर - ९५
केवली मुनि - ११०००
मुनि - ३ लाख
आर्यिका - ३ लाख ३० हजार
श्रावक - ३ लाख
श्राविकाए - ५ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
8. चन्द्रप्रभु जी
चिन्ह - चन्द्रमा
पिता - महासेन
माता - लक्ष्मणा
जन्म नगरी - चंद्रपुर
शरीर की ऊंचाई - १५० धनुष
आयु - १० लाख पूर्व
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - नाग वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - चैत्र कृष्ण पंचमी
जन्म - पौष कृष्ण एकादशी
तप - पौष कृष्ण एकादशी
ज्ञान - फाल्गुन कृष्ण सप्तमी
मोक्ष - फाल्गुन शुक्ल सप्तमी
समवशरण
गणधर - ९३
केवली मुनि - १०,०००
मुनि - २,५०,०००
आर्यकाये - ३,८०,०००
श्रावक - ३ लाख
श्राविकाए - ५ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
9. पुष्पदंत जी
चिन्ह - मगर
पिता - सुग्रीव
माता - जयरामा
जन्म नगरी - काकंदी वृक्ष
शरीर की ऊंचाई - १०० धनुष
आयु - २ लाख पूर्व
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - नागवृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - फाल्गुन कृष्ण नवमी
जन्म - मार्गशीर्ष शुक्ल प्रतिप्रदा
तप - मार्गशीर्ष शुक्ल प्रतिप्रदा
ज्ञान - कार्तिक शुक्ल द्वितीया
मोक्ष - भाद्रपद शुक्ल अष्टमी
समवशरण
गणधर - ८८
केवली मुनि - ७,५००
मुनि - २ लाख
आर्यिका - ३,८०,०००
श्रावक - २ लाख
श्राविकाए - ५ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
10. शीतलनाथ जी
चिन्ह - कल्पवृक्ष
पिता - दृढ़रथ
माता - सुनंदा
जन्म नगरी - भद्रपुर
शरीर की ऊंचाई - ९० धनुष
आयु - १ लाख पूर्व
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - बेलवृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - चैत्र कृष्ण अष्टमी
जन्म - माघ कृष्ण द्वादशी
तप - माघ कृष्ण द्वादशी
ज्ञान - पौष कृष्ण चतुर्दशी
मोक्ष - आश्विन शुक्ल अष्टमी
समवशरण
गणधर - ८१
केवली मुनि - ७,५००
मुनि - १ लाख
आर्यिका - ३,८०,०००
श्रावक - २ लाख
श्राविकाए - ४ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
11. श्रेयांशनाथ जी
चिन्ह - गैंडा
पिता - विष्णु
माता - सुनंदा
जन्म नगरी - सिंहपुर
शरीर की ऊंचाई - ८० धनुष
आयु - ८४ लाख वर्ष
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - तुंबुरू वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - ज्येष्ठ कृष्ण षष्ठी
जन्म - फाल्गुन कृष्ण एकादशी
तप - फाल्गुन कृष्ण एकादशी
ज्ञान - माघ कृष्ण अमावस्या
मोक्ष - श्रावण शुक्ल पूर्णमासी
समवशरण
गणधर - ७७
केवली - ६,५००
मुनि - ८४,०००
आर्यिका - १ लाख २० हजार
श्रावक - २ लाख
श्राविकाए - ४ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
12. वासुपूज्य जी
चिन्ह - भैंसा
पिता - वसुपूज्य
माता - जयवती
जन्म नगरी - चम्पा
शरीर की ऊंचाई - ७० धनुष
आयु - ७२ लाख वर्ष
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - कदम्ब वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - ६७६
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - आषाढ कृष्ण षष्ठी
जन्म - फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी
तप - फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी
ज्ञान - माघ शुक्ल द्वितीया
मोक्ष - भाद्र शुक्ल चतुर्दशी
समवशरण
गणधर - ६६
केवली मुनि - ६,०००
मुनि - ७२,०००
आर्यिका - १ लाख ६ हजार
श्रावक - २ लाख
श्राविकाए - ४ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - पद्मासन
निर्वाण भूमि - चम्पापुर
13. विमलनाथ जी
चिन्ह - शूकर
पिता - कृतवर्मा
माता - जयश्यामा
जन्म नगरी - कम्पिला
शरीर की ऊंचाई - ६० धनुष
आयु - ६० लाख वर्ष
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - जामुन वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - ज्येष्ठ कृष्ण दशमी
जन्म - माघ शुक्ल चतुर्दशी
तप - माघ शुक्ल चतुर्थी
ज्ञान - माघ शुक्ल षष्ठी
मोक्ष - आषाढ़ कृष्ण अष्टमी
समवशरण
गणधर - ५५
केवली - ५,५00
मुनि - ६८,०००
आर्यिका - १ लाख ३ हजार
श्रावक - २ लाख
श्राविकाए - ४ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
14. अनंतनाथ जी
चिन्ह - सेही
पिता - सिंहसेन
माता - जयश्यामा
जन्म नगरी - अयोध्या
शरीर की ऊंचाई - ५० धनुष
आयु - ३० लाख वर्ष
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - पीपल वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - कार्तिक कृष्ण प्रतिप्रदा
जन्म - ज्येष्ठ कृष्ण द्वादशी
तप - ज्येष्ठ कृष्ण द्वादशी
ज्ञान - चैत्र कृष्ण अमावस्या
मोक्ष - चैत्र कृष्ण अमावस्या
समवशरण
गणधर - ५०
केवली मुनि - ५,०००
मुनि - ६६,०००
आर्यिका - १ लाख ८ हजार
श्रावक - २ लाख
श्राविकाए - ४ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
15. धर्मनाथ जी
चिन्ह - वज्रदंड
पिता - महासेन
माता - महादेवी सुव्रता
जन्म नगरी - रत्नपुर
शरीर की ऊंचाई - ४५ धनुष
आयु - १० लाख वर्ष
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - सप्तच्छद वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - वैशाख कृष्ण त्रयोदशी
जन्म - माघ शुक्ल त्रयोदशी
तप - माघ शुक्ल त्रयोदशी
ज्ञान - पौष शुक्ल पूर्णमासी
मोक्ष - ज्येष्ठ शुक्ल चतुर्थी
समवशरण
गणधर - ४३
केवली मुनि - ५५,००
मुनि - ६४,०००
आर्यिका - ६२,४००
श्रावक - २ लाख
श्राविकाए - ४ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
16. शांतिनाथ जी
चिन्ह - मृग (हिरण)
पिता - विश्वसेन
माता - ऐरा
जन्म नगरी - हस्तिनापुर
शरीर की ऊंचाई - ४० धनुष
आयु - १ लाख वर्ष
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - नन्द्यावर्त वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - भाद्र कृष्ण सप्तमी
जन्म - ज्येष्ठ कृष्ण चतुर्दशी
तप - ज्येष्ठ कृष्ण चतुर्दशी
ज्ञान - पौष शुक्ल दशमी
मोक्ष - ज्येष्ठ कृष्ण चतुर्दशी
समवशरण
गणधर - ३६
केवली मुनि - ४०००
मुनि - ६२,०००
आर्यिका - ६०,३००
श्रावक - २ लाख
श्राविकाए - ४ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
17. कुंथनाथ जी
चिन्ह - बकरा
पिता - सूरसेन
माता - श्री कांता
जन्म नगरी - हस्तिनापुर
शरीर की ऊंचाई - ३५ धनुष
आयु - ९५,००० वर्ष
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - तिलक वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - श्रावण कृष्ण एकादशी
जन्म - वैशाख शुक्ल प्रतिप्रदा
तप - वैशाख शुक्ल प्रतिप्रदा
ज्ञान - चैत्र शुक्ल तृतीया
मोक्ष - वैशाख शुक्ल प्रतिप्रदा
समवशरण
गणधर - ३५
केवली मुनि - ३२००
मुनि - ६०,०००
आर्यिका - ६०,३,५०
श्रावक - ३ लाख
श्राविकाए - २ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
18. अरहनाथ जी
चिन्ह - मछली
पिता - सुदर्शन
माता - मित्रसेना
जन्म नगरी - हस्तिनापुर
शरीर की ऊंचाई - ३० धनुष
आयु - ८४,००० वर्ष
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - आम्र वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - फाल्गुन कृष्ण तृतीया
जन्म - मार्गशीर्ष शुक्ल चतुर्दशी
तप - मार्गशीर्ष शुक्ल दशमी
ज्ञान - कार्तिक शुक्ल द्वादशी
मोक्ष - चैत्र कृष्ण अमावस्या
समवशरण
गणधर - ३०
केवली मुनि - २८००
मुनि - ५०,०००
आर्यिका - ६०,०००
श्रावक - १,६०,०००
श्राविकाए - ३ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
19. मल्लिनाथ जी
चिन्ह - कलश
पिता - कुम्भ
माता - प्रजावती
जन्म नगरी - मिथिला
शरीर की ऊंचाई - २५ धनुष
आयु - ५५,००० वर्ष
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - अशोक वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - चैत्र शुक्ल प्रतिप्रदा
जन्म - मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी
तप - मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी
ज्ञान - मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी
मोक्ष - फाल्गुन शुक्ल पंचमी
समवशरण
गणधर - २८
केवली मुनि - २२००
मुनि - ४०,०००
आर्यिका - ५५०००
श्रावक - १ लाख
श्राविकाए - २ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
20. मुनिसुव्रतनाथ जी
चिन्ह - कच्छप (कछुआ)
पिता - शिरोमणि सुमित्र
माता - सोमा
जन्म नगरी - राजगृह
शरीर की ऊंचाई - २० धनुष
आयु - ३०,००० वर्ष
किस वृक्ष नीचे दीक्षा ली - चम्पक वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - श्रावण कृष्ण द्वितीया
जन्म - वैशाख कृष्ण दशमी
तप - वैशाख कृष्ण दशमी
ज्ञान - वैशाख कृष्ण नवमी
मोक्ष - फाल्गुन शुक्ल पंचमी
समवशरण
गणधर - १८
केवली मुनि - १८००
मुनि - ३०,०००
आर्यिका - ५०,०००
श्रावक - १ लाख
श्राविकाए - ३ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
21. नमिनाथ जी
चिन्ह - नीलकमल
पिता - श्री विजय
माता - विप्पला
जन्म नगरी - मिथिला
शरीर की ऊंचाई - १५ धनुष
आयु - १०,००० वर्ष
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली -वकुल वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - आश्विन कृष्ण द्वितीया
जन्म - आषाढ़ कृष्ण दशमी
तप - आषाढ़ कृष्ण दशमी
ज्ञान - मार्गशीर्ष शुक्ल पूर्णमासी
मोक्ष - वैशाख कृष्ण चतुर्दशी
समवशरण
गणधर - १७
केवली मुनि - १६००
मुनि - २०,०००
आर्यिका - ४५,०००
श्रावक - १ लाख
श्राविकाए - ३ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
22. नेमिनाथ जी
चिन्ह - शंख
पिता - समुद्रविजय
माता - शिवादेवी
जन्म नगरी - शोर्यपूर
शरीर की ऊंचाई - १० धनुष
आयु - १,००० वर्ष
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - बांस वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - कार्तिक शुक्ल षष्ठी
जन्म - श्रावण शुक्ल षष्ठी
तप - श्रावण शुक्ल षष्ठी
ज्ञान - आषाढ़ शुक्ल प्रतिप्रदा
मोक्ष - आषाढ़ शुक्ल सप्तमी
समवशरण
गणधर - ११
केवली मुनि - १५००
मुनि - ८,०००
आर्यिका - ४०,०००
श्रावक - १ लाख
श्राविकाए - ३ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - गिरनार जी
23. पार्श्वनाथ जी
चिन्ह - सर्प
पिता - विश्वसेन
माता - ब्रम्हादेवी (वामादेवी)
जन्म नगरी - काशी
शरीर की ऊंचाई - ९ हाथ
आयु - १०० वर्ष
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - देवदारु वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - १०००
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - वैशाख कृष्ण द्वितीया
जन्म - पौष कृष्ण एकादशी
तप - पौष कृष्ण एकादशी
ज्ञान - चैत्र कृष्ण चतुर्थी
मोक्ष - श्रावण शुक्ल सप्तमी
समवशरण
गणधर - १०
केवली मुनि - १,०००
मुनि - १६,०००
आर्यिका - ३६,०००
श्रावक - १ लाख
श्राविकाए - ३ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - श्री सम्मेद शिखर जी
24. महावीर स्वामी
चिन्ह - सिंह
पिता - सिद्धार्थ
माता - त्रिशला
जन्म नगरी - कुण्डलपुर
शरीर की ऊंचाई - ७ हाथ
आयु - ७२ वर्ष
किस वृक्ष के नीचे दीक्षा ली - शाल वृक्ष
कितने राजा साथ में दीक्षित हुए - अकेले
पंचकल्याणक तिथियां
गर्भ - आषाढ़ शुक्ल षष्ठी
जन्म - चैत्र शुक्ल त्रयोदशी
तप - अगहन बदी दशमी
ज्ञान - वैशाख शुक्ल दशमी
मोक्ष - कार्तिक कृष्ण अमावस्या
समवशरण
गणधर - ११
केवली मुनि - ७००
मुनि - १४०००
आर्यिका - ३६०००
श्रावक - १ लाख
श्राविकाए - ३ लाख
किस आसान से मोक्ष पधारे - खड्गासन
निर्वाण भूमि - पावापुर
उपरोक्त जानकारी शास्त्र "श्री चौबीस पुराण" टीका से ली गयी है जिसके लेखक पंडित पन्नालाल 'साहित्याचार्य' है।
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