Posted on 01-Dec-2022 12:00 AM
ॐ जय शीतलनाथ स्वामी, स्वामी जय शीतलनाथ स्वामी ।
घृत दीपक से करू आरती, घृत दीपक से करू आरती ।
तुम अंतरयामी, ॐ जय शीतलनाथ स्वामी ॥
ॐ जय शीतलनाथ स्वामी...
भदिदलपुर में जनम लिया प्रभु, दृढरथ पितु नामी, स्वामी दृढरथ पितु नामी ।
मात सुनन्दा के नन्दा तुम-२, शिवपथ के स्वामी ॥
ॐ जय शीतलनाथ स्वामी...
जन्म समय इन्द्रो ने, उत्सव खूब किया, स्वामी उत्सव खूब किया ।
मेरु सुदर्शन ऊपर-२, अभिषेक खूब किया ॥
ॐ जय शीतलनाथ स्वामी...
पंच कल्याणक अधिपति, होते तीर्थंकर ,स्वामी होते तीर्थंकर ।
तुम दसवे तीर्थंकर-२, हो प्रभु क्षेमंकर ॥
ॐ जय शीतलनाथ स्वामी...
अपने पूजक निन्दक के प्रति, तुम हो वैरागी, स्वामी तुम हो वैरागी ।
केवल चित्त पवित्र करन नित-२, तुम पूजे रागी ॥
ॐ जय शीतलनाथ स्वामी...
पाप प्रणाशक सुखकारक, तेरे वचन प्रभो ,स्वामी तेरे वचन प्रभो ।
आत्मा को शीतलता शाश्वत-२, दे तब कथन विभो ॥
ॐ जय शीतलनाथ स्वामी...
जिनवर प्रतिमा जिनवर जैसी,हम यह मान रहे,स्वामी हम यह मान रहे।
प्रभो चंदानामती तब आरती-२, भाव दुःख हान करें ॥
ॐ जय शीतलनाथ स्वामी...
ॐ जय शीतलनाथ स्वामी, स्वामी जय शीतलनाथ स्वामी ।
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